@shahzadahmed
नाज भारत की पहली ट्रांस ब्यूटी क्वीन हैं और ट्रांस राइट एक्टिविस्ट भी हैं
इस साल कोरोना वायरस के चलते मिस यूनिवर्स डाइवर्सिटी 2020 डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हुआ
30 देशों के कंटेस्टेंट्स को अलग-अलग विषयों के टास्क चुनने थे। नाज ने महिलाओं की सुरक्षा का टास्क चुना। इसके अंतर्गत उन्होंने गांव-गांव जाकर आत्मरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाई। पेजेंट के फाइनल राउंड में उनसे पूछा गया कि वो डिजिटल ब्यूटी पेजेंट्स के बारे में क्या सोचती हैं। नाज ने जवाब दिया, “COVID-19 जैसी महामारी के दौरान डिजिटल हो जाना ही सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए पेजेंट ऑर्गनाइज करवा रही संस्था को भी सिर्फ एक स्पोक्सपर्सन और एक रिप्रेजेंटेटिव की ही जरूरत पड़ती है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने बीते दिनों में सबकुछ बदल दिया है, चाहे बच्चों की पढ़ाई हो, जुम्बा क्लासेज हों या शादियां।”नाज चाहती हैं कि वो आने वाले समय में भी कई पेजेंट्स का हिस्सा बनें और उन्हें जीतें। वो अपना नाम बनाना चाहती हैं ताकि बदलाव के लिए अपनी आवाज बुलंद कर सकें। अगले साल नाज न्यूयॉर्क में होने वाले एक इंटरनेशनल कम्पटीशन में एशिया को रिप्रेजेंट करेंगी।नाज दो बच्चियों की मां हैं जिन्हें उन्होंने पिछले साल अडॉप्ट किया था। वो बच्चियों के लिए सुरक्षित अनाथालय बनाना चाहती हैं। नाज कहती हैं कि वो हर दिन अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। खुद को और अपने जैसे लोगों को समाज में बराबरी का दर्जा दिलवाने के लिए वो लगातार कोशिश कर रही हैं।ट्रांस-विमेन के खिलाफ भेदभाव और अत्याचार भारत ही नहीं दुनिया भर में एक बहुत बड़ी समस्या है। एक तरफ तो हम इंसानियत की बात करते हैं वहीं हर इंसान को बराबरी का दर्जा देने से कतराते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि नाज अपने मकसद में कामयाब हों और अपनी जंग में जीत हासिल करें।
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